नैन हमारे साँझ सकारे
देखे लाखो सपने
सच यह कही
होंगे या नहीं
कोई जाने न
कोई जाने न यहाँ
चलते रहे डगर पे
ग़म की जिनके वास्ते
चलते रहे डगर पे
हम जिनके वास्ते
चलते रहे दिलो को
अजनबी के रास्ते
सदियों से छाये
यह जो सपनो के साये
सच यह कही
होंगे या नहीं
कोई जाने न
कोई जाने न यहाँ
मन यह कहे
दुखी ना हो दुखों से हार के
मन यह कहे
दुखी ना हो दुखों से हार के
लिखते रहे जो आँसुओ
से गीत प्यार के
गीत वह चाहे रोये कोई
हंस के गए
सच यह कही
होंगे या नहीं
कोई जाने न
कोई जाने न यहाँ
सुनते रहे बहरो की
जो रोज आहटे
सुनते रहे बहरो की
जो रोज आहटे
चुनते रहे लबों पे हम
तोह मुस्कुराहट
दिल में दबाये
लाखो अरमान जो हाय
सच यह कही
होंगे या नहीं
कोई जाने न
कोई जाने न यहाँ
नैन हमारे साँझ सकारे
देखे लाखो सपने
सच यह कही
होंगे या नहीं
कोई जाने न
कोई जाने न यहाँ