सतायेगा किसे तू आसमान
जब हम नहीं होंगे
दिए हैं तूने ऐसे ग़म
कभी जो कम नहीं होंगें
सितारे टूटने से आसमान का
क्या बिगड़ता है
आसमान का क्या बिगड़ता है
सितारे टूटने से आसमान का
क्या बिगड़ता है
आसमान का क्या बिगड़ता है
कमी क्या होगी दुनिया में
अगर इक हम नहीं होंगे
सतायेगा किसे तू आसमान
जब हम नहीं होंगे
हैं जब तक हम तभी तक
दुश्मनी है हम से दुनिया को
दुश्मनी है हम से दुनिया को
हैं जब तक हम तभी तक
दुश्मनी है हम से दुनिया को
दुश्मनी है हम से दुनिया को
यही दुनिया हमें ढूंढेगी
हम जिस दम नहीं होंगे
सतायेगा किसे तू आसमान
जब हम नहीं होंगे