जो बागबाँ ना रख सके चमन को खुद संभाल के
जो बागबाँ ना रख सके चमन को खुद संभाल के
बिखर ही जाए आँधियों में फूल ऐसी डाल के
पत्ता पत्ता जल जाए पत्ता पत्ता जल जाए
वो जाए रात हर कली
अजीब दास्तान हैं यह अजीब दास्तान हैं ये
हैं जिसका नाम ज़िंदगी हैं जिसका नाम ज़िंदगी
कभी मचलता गीत है कभी घम की शायरी
अजीब दास्तान हैं यह अजीब दास्तान हैं ये