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Pankaj Udhas - Jheel Mein Chand Nazar Aaye Lyrics



Pankaj Udhas - Jheel Mein Chand Nazar Aaye Lyrics
Official




झील मे चाँद नज़र आए थी हसरत उसकी
झील मे चाँद नज़र आए थी हसरत उसकी
कब से आँखों मे लिए बैठा हू सूरत उसकी
झील मे चाँद नज़र आए थी हसरत उसकी

एक दिन मेरे किनारो मे सिमट जाएगी
एक दिन मेरे किनारो मे सिमट जाएगी
ठहरे पानी सी ये खामोश मोहब्बत उसकी
झील मे चाँद नज़र आए थी हसरत उसकी

बंद मुठ्ठी की तरह वो कभी खुलता ही नही
बंद मुठ्ठी की तरह वो कभी खुलता ही नही
फ़ासले और बढ़ा देती है कुरबत उसकी
झील मे चाँद नज़र आए थी हसरत उसकी

किसने जाना है बदलते मौसम का मिज़ाज़
किसने जाना है बदलते मौसम का मिज़ाज़
उसको चाहो तो समझ पाओगे फ़ितरत उसकी
झील मे चाँद नज़र आए थी हसरत उसकी
झील मे चाँद नज़र आए थी हसरत उसकी
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झील मे चाँद नज़र आए थी हसरत उसकी
झील मे चाँद नज़र आए थी हसरत उसकी
कब से आँखों मे लिए बैठा हू सूरत उसकी
झील मे चाँद नज़र आए थी हसरत उसकी

एक दिन मेरे किनारो मे सिमट जाएगी
एक दिन मेरे किनारो मे सिमट जाएगी
ठहरे पानी सी ये खामोश मोहब्बत उसकी
झील मे चाँद नज़र आए थी हसरत उसकी

बंद मुठ्ठी की तरह वो कभी खुलता ही नही
बंद मुठ्ठी की तरह वो कभी खुलता ही नही
फ़ासले और बढ़ा देती है कुरबत उसकी
झील मे चाँद नज़र आए थी हसरत उसकी

किसने जाना है बदलते मौसम का मिज़ाज़
किसने जाना है बदलते मौसम का मिज़ाज़
उसको चाहो तो समझ पाओगे फ़ितरत उसकी
झील मे चाँद नज़र आए थी हसरत उसकी
झील मे चाँद नज़र आए थी हसरत उसकी
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Writer: MUMTAZ RASHID, PANKAJ UDHAS
Copyright: Lyrics © Universal Music Publishing Group

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