[ Featuring Mohammad Nayem ]
मन ये साहिब जी, जाने है सब जी
फिर भी बनाए बहाने
नैना नवाबी जी, देखे हैं सब जी
फिर भी न समझे इशारे
मन ये साहिब जी हाँ करता बहाने
नैना नवाबी जी ना समझे इशारे (समझे इशारे)
धीरे-धीरे, नैनों को धीरे-धीरे
जिया को धीरे-धीरे भायो रे साएबो
धीरे-धीरे, बेगाना धीरे-धीरे
अपना सा धीरे-धीरे लगे रे साएबो
सुर्खियाँ हैं हवाओं में
दो दिलों के मिलने की
अर्जियां हैं नजारों में
लम्हा ये थम जाने की
कैसी हुजूरी जी ये लब दिखलाए
चुप्पी लगा के भी ग़ज़ब है ये ढाए
धीरे-धीरे, नैनों को धीरे-धीरे
जिया को धीरे-धीरे भायो रे साएबो
धीरे-धीरे, बेगाना धीरे-धीरे
अपना सा धीरे-धीरे लागे रे साएबो
साएबो
साएबों