तुझको शायद मेरी याद आई
फिर हवा गुनगुना ने लगी हैं
तुझको शायद मेरी याद आई
फिर हवा गुनगुना ने लगी हैं
मनचले बादलो की सवारी
तेरे गाओं से आने लगी हैं
आने लगी हैं
आने लगी हैं
तुझको शायद मेरी याद आई
फिर हवा गुनगुना ने लगी हैं
मीठी मीठी सी दिल में कसक हैं
मीठी मीठी सी दिल में कसक हैं
कौन मेरे सिवा जानता हैं
अपनी हालत को मैं जानती हूँ
या तो मेरा खुदा जानता हैं
मेरे दिल की खुशी दिल ही दिल में
शोर कितना मचाने लगी हैं
मचाने लगी हैं
शोर मचाने लगी हैं
धड़कने मेरे बस में नहीं हैं
धड़कने मेरे बस में नहीं हैं
आज मौसम बोहोत है निराला
क्या मेरी ज़िन्दगी के चमन में
आस का फूल है खिलने वाला
क्यूँ मेरी आँखों में
बाकपन से रात काजल लगाने लगी हैं
लगाने लगी हैं
काजल लगाने लगी हैं
तुझको शायद मेरी याद आई
फिर हवा गुनगुना ने लगी हैं
मनचले बादलो की सवारी
तेरे गाओं से आने लगी हैं
आने लगी हैं
आने लगी हैं
तुझको शायद