यूँ ना जाओ के बोहोत रात अभी बाकी हैं
यूँ ना जाओ के बोहोत रात अभी बाकी हैं
मेरे हिस्से की मुलाक़ात अभी बाकी हैं
यूँ ना जाओ के बोहोत रात अभी बाकी हैं
मेरे हिस्से की मुलाक़ात अभी बाकी हैं
यूँ ना जाओ
चाँदनी रात का हर क़र्ज़ उतारा हमने
चाँदनी रात का हर क़र्ज़ उतारा हमने
चाँदनी रात का हर क़र्ज़ उतारा हमने
प्यासे अरमानो की बारात अभी बाकी हैं
यूँ ना जाओ के बोहोत रात अभी बाकी है
यूँ ना जाओ
उसके होठों के गुलाबाज़ भी ताज़ा हैं ज़मीर
उसके होठों के गुलाबाज़ भी ताज़ा हैं ज़मीर
उसके होठों के गुलाबाज़ भी ताज़ा हैं ज़मीर
एक महकती हुई सौगात अभी बाकी हैं
यूँ ना जाओ के बोहोत रात अभी बाकी हैं
मेरे हिस्से की मुलाक़ात अभी बाकी हैं
यूँ ना जाओ यूँ ना जाओ यूँ ना जाओ