Back to Top

Roti Brishbhanu Kumari Video (MV)






Radharani - Roti Brishbhanu Kumari Lyrics
Official




रोती वृषभानु कुमारी
रोती रोती वृषभानु कुमारी
बोली निर्मोही घनश्याम
मुझसे रूठ गए
सुध बुध सकल बिसारी
मोरी सुध बुध सकल बिसारी
रस भरे वयना मध् भरे नैना
भाये भाये उन्हें न जरा भी

जरा भी

आ हा मन की रही मोरे मन ही के अंगना
डूबी लाज की मारी

सखि रे डूबी लाज की मारी

सुनी न मोरी

सूनी न मोरी

निर्मोही ने सुनी न मोरी

सूनी न मोरी

मुह की बोली सुनी उसने मन की बोली
सुनी न मोरी

सूनी न मोरी

सुनी न बिनती हमारी

सखी री सुनि न बिनती हमारी

शाम तोह गए गोकुल से नगरी हुयी सुनि
बिरहा की पीड़ा बढ़ती जाये हाय सखि
मोहन की प्रेम दीवानी लाखो करोडो राधा
राधा के एक मुरारि

हाय सखि राधा के एक मुरारि

कौन है तेरा

कौन है तेरा

शाम बिना सखि
कौन है तेरा

कौन है तेरा

कृष्ण बिना वो दुखिया राधा
कौन है तेरा

कौन है तेरा

राधा के एक मुरारि

हाय सखी राधा के एक मुरारि
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




रोती वृषभानु कुमारी
रोती रोती वृषभानु कुमारी
बोली निर्मोही घनश्याम
मुझसे रूठ गए
सुध बुध सकल बिसारी
मोरी सुध बुध सकल बिसारी
रस भरे वयना मध् भरे नैना
भाये भाये उन्हें न जरा भी

जरा भी

आ हा मन की रही मोरे मन ही के अंगना
डूबी लाज की मारी

सखि रे डूबी लाज की मारी

सुनी न मोरी

सूनी न मोरी

निर्मोही ने सुनी न मोरी

सूनी न मोरी

मुह की बोली सुनी उसने मन की बोली
सुनी न मोरी

सूनी न मोरी

सुनी न बिनती हमारी

सखी री सुनि न बिनती हमारी

शाम तोह गए गोकुल से नगरी हुयी सुनि
बिरहा की पीड़ा बढ़ती जाये हाय सखि
मोहन की प्रेम दीवानी लाखो करोडो राधा
राधा के एक मुरारि

हाय सखि राधा के एक मुरारि

कौन है तेरा

कौन है तेरा

शाम बिना सखि
कौन है तेरा

कौन है तेरा

कृष्ण बिना वो दुखिया राधा
कौन है तेरा

कौन है तेरा

राधा के एक मुरारि

हाय सखी राधा के एक मुरारि
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Pt Bhushan, Kumar Pankaj Mullick
Copyright: Lyrics © Royalty Network

Back to: Radharani

Tags:
No tags yet