तू ही नही मैं ही नही सारा ज़माना
दर्द का है एक फसाना
तू ही नही मैं ही नही सारा ज़माना
दर्द का है एक फसाना
आदमी हो जाए दीवाना
याद करे गर भूल ना जाए
मेरी निंदिया तोहे मिल जाए
मैं जागू तू सो जाए
मैं जागू तू सो जाए हो
स्वप्न चला आए कोई चोरी-चोरी
मस्त पवन गाए लोरी
स्वप्न चला आए कोई चोरी-चोरी
मस्त पवन गाए लोरी
चंद्र किरण बनके डोरी
तेरे मन को झूला झुलाए
मेरी निंदिया तोहे मिल जाए
मैं जागू तू सो जाए
मैं जागू तू सो जाए हो
राम करे ऐसा हो जाए
मेरी निंदिया तोहे मिल जाए
मैं जागू तू सो जाए
मैं जागू तू सो जाए
मैं जागू, मैं जागू