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Ravindra Jain - Kabhi Kabhi Koi Svaarth Hriday Mein Lyrics



Ravindra Jain - Kabhi Kabhi Koi Svaarth Hriday Mein Lyrics
Official




कभी कभी कोई स्वार्थ हृदय मे ऐसी अगन लगाए
धर्म न्याय कर्तव्य उचित उनुचित सब कुछ खोजाये
दुनिया की कोई भी नारी सौतन सह नाआ पाए
इसी दाह ने कैकेयी के भी स्नेह और ज्ञान जलाए
इसी दाह ने कैकेयी के भी स्नेह और ज्ञान जलाए
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कभी कभी कोई स्वार्थ हृदय मे ऐसी अगन लगाए
धर्म न्याय कर्तव्य उचित उनुचित सब कुछ खोजाये
दुनिया की कोई भी नारी सौतन सह नाआ पाए
इसी दाह ने कैकेयी के भी स्नेह और ज्ञान जलाए
इसी दाह ने कैकेयी के भी स्नेह और ज्ञान जलाए
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Writer: K. S. Chithra, M. G. Sreekumar
Copyright: Lyrics © Divo TV Private Limited, Sony/ATV Music Publishing LLC




Ravindra Jain - Kabhi Kabhi Koi Svaarth Hriday Mein Video
(Show video at the top of the page)

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