ले कर अपने प्रभु का नाम, श्री हनुमान चले अविराम
श्री हनुमान चले अविराम
गिरी कैलाश मार्ग मे आया शिव को हनुमत शीश झुकाया
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय (ॐ नमः शिवाय)
हनुमत को शिव आशीष दीन्हा, गिरी मरग कपि सहज ही चीन्हा
सुर नर मुनि भए सुखारे, सुफल मनोरथ होंही तिहारे
सुफल मनोरथ होंही तिहारे