कुछ बाते हैं जो मैने ना कही
है हाले दिल में कब से दबी
मैं बयान कभी कर पाऊँ ना
पर जानते हैं ये सभी
तेरे बिना अब एक पल
ना मेरा दिल लगे
मेरे बिना अब एक पल
तू भी ना जी सके
दिल में हैं जो बातें
कब तक हम ना कहें
हर पल मर मर के
कब तक ऐसे रहें
आजा ना मैं भी हूँ है तू भी
फिर कैसी है अब ये मजबूरी
नज़दीकियों में भी क्यूँ दूरी
आजा ना मैं भी हूँ है तू भी आजा ना
रातें मेरी तेरे बिन हो जैसे कोई सज़ाह
आँखें मेरी बस ढूंढे तुझको बेवजह
माने ना तू मानु मैं कोई तो बात है
तन्हा है दिन ये और रूठी रात है
जाने ना तू जानू मैं कितने दिन पास हैं
संग है कुछ लम्हें बस वोही ख़ास है
आजा ना मैं भी हूँ है तू भी
फिर कैसी है अब ये मजबूरी
नज़दीकियों में भी क्यूँ दूरी
आजा ना मैं भी हूँ है तू भी
आजा ना मैं भी हूँ है तू भी
फिर कैसी है अब ये मजबूरी
नज़दीकियों में भी क्यूँ दूरी
आजा ना मैं भी हूँ है तू भी
आजा ना
फिर कैसी है अब ये मजबूरी मजबूरी मजबूरी