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Pal [Lofi Mixtape Bollywood] Video (MV)






Sachin Gupta - Pal [Lofi Mixtape Bollywood] Lyrics
Official




[ Featuring Arijit Singh ]

हम्म्म्म पल कैसा पल पल कैसा पल पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
पल कैसा पल पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
मिलके जुदा हो ना पायेगा दिल
दिल को मैं समझ पाऊं ना
हम्म ख्वाहिश है इतनी सी यार
देर तक रुकना अबकी बार
प्यार के लम्हे हों हज़ार
उन्ही में सदियाँ जी लूँगा मैं
ओह पल कैसा पल पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
मिलके जुदा हो ना पायेगा दिल
दिल को मैं समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना

मटमैले पानियों में अक्स तेरा दिखता है
बारिश की बूंदा बांदी में पन्ने धुंधले लिखता है
जो होना है हो जाने दो तारों को सो जाने दो
साँसों को खो जाने दो ना
अब तेरे बिन मेरा
ज़िक्र ही गुम जाएगा
इस पल को कास के थाम लूँ हथेली से फिर निकल जाए ना
ओह पल कैसा पल पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
मिलके जुदा हो ना पायेगा दिल
दिल को मैं समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
छुप्ता सुरज या बादल मंचला होने पागल
तुझको पुकारे हर पल यार
पत्तो पे बुंदे जैसे सुबह को ढूँढे जैसे
ढूँढू हर पल में तुझको यार
अब तो मिले ना मिले
खुदाया तुझको माना है
इश्क़ के आगे है झुका
आज ये पल भी दिवाना है
ओह पल कैसा पल
पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
मिलके जुदा हो ना पायेगा दिल
दिल को मैं समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना हम्म्म्म
[ Correct these Lyrics ]

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हम्म्म्म पल कैसा पल पल कैसा पल पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
पल कैसा पल पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
मिलके जुदा हो ना पायेगा दिल
दिल को मैं समझ पाऊं ना
हम्म ख्वाहिश है इतनी सी यार
देर तक रुकना अबकी बार
प्यार के लम्हे हों हज़ार
उन्ही में सदियाँ जी लूँगा मैं
ओह पल कैसा पल पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
मिलके जुदा हो ना पायेगा दिल
दिल को मैं समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना

मटमैले पानियों में अक्स तेरा दिखता है
बारिश की बूंदा बांदी में पन्ने धुंधले लिखता है
जो होना है हो जाने दो तारों को सो जाने दो
साँसों को खो जाने दो ना
अब तेरे बिन मेरा
ज़िक्र ही गुम जाएगा
इस पल को कास के थाम लूँ हथेली से फिर निकल जाए ना
ओह पल कैसा पल पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
मिलके जुदा हो ना पायेगा दिल
दिल को मैं समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
छुप्ता सुरज या बादल मंचला होने पागल
तुझको पुकारे हर पल यार
पत्तो पे बुंदे जैसे सुबह को ढूँढे जैसे
ढूँढू हर पल में तुझको यार
अब तो मिले ना मिले
खुदाया तुझको माना है
इश्क़ के आगे है झुका
आज ये पल भी दिवाना है
ओह पल कैसा पल
पल में जाए फिसल
चाह के भी पकड़ पाऊं ना
मिलके जुदा हो ना पायेगा दिल
दिल को मैं समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना
समझ पाऊं ना हम्म्म्म
[ Correct these Lyrics ]
Writer: JAVD KHAN, KUNAAL VERMAA, MOHSIN SHAIKH, PRASHANT INGOLE
Copyright: Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC

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