दिल की नज़र से नज़रों की दिल से
ये बात क्या है ये राज़ क्या है
कोई हमें बता दे
सिने से उठकर होठों पे आया
ये गीत कैसा ये राज क्या है
कोई हमें बता दे
दिल की नज़र से
क्यों बेखबर
यूँ खिंचीसी चली जा रही मैं
ये कौनसे बन्धनों में बंधी जा रही मैं
क्यों बेखबर
यूँ खिंचीसी चली जा रही मैं
ये कौनसे दिलकशी में समा जा रही में
कुछ खो रहा है कुछ मिल रहा है
ये राज़ क्या है ये बात क्या है
कोई हमें बता दे
दिल की नज़र से
हम खो चले
चाँद है या कोई जादूगर है
या मदभरी ये तुम्हारी नज़र का असर है
हम खो चले
चाँद है या कोई जादूगर है
या मदभरी ये तुम्हारी नज़र का असर है
सब कुछ हमारा अब है तुम्हारा
ये बात क्या है ये राज़ क्या है
कोई हमें बता दे
दिल की नज़र से नज़रों की दिल से
ये बात क्या है ये राज़ क्या है
कोई हमें बता दे
दिल की नज़र से