लहरो का सफ़र किनारों से मिलते हैं
बिछड़ने यूँ ही बेअसर टूटते हैं जुड़ते हैं
तलाश हैं उस पार की जहाँ पर समा जाना हो
तलाश हैं उस पार की जहाँ मिलकर बिछड़ना ना हो
झूठे वादे झूठे सपनो पर जिए
सारे रिश्ते हैं बस रिश्तो के लिए
कोई सदा मिले जो दिल में गूँजती रहे
सदा के लिए सदा के लिए
ढूँढे ये नज़र अंधेरे आशियानो में
उजाले ये शामो सहर गिरते हैं संभलते हैं
हर मोड़ पे मंज़िल नही ठहर जाते हैं जाने क्यू
मंज़िल मिले तो रुकते नही मुकर जाते हैं जाने क्यू
झूठे वादे झूठे सपनो पर जिए
सारे रिश्ते हैं बस रिश्तो के लिए
कोई सदा मिले जो दिल में गूँजती रहे
सदा के लिए सदा के लिए
हर मोड़ पे मंज़िल नही ठहर जाते हैं जाने क्यू
मंज़िल मिले तो रुकते नही मुकर जाते हैं जाने क्यू
झूठे वादे झूठे सपनो पर जिए
सारे रिश्ते हैं बस रिश्तो के लिए
कोई सदा मिले जो दिल में गूँजती रहे
सदा के लिए सदा के लिए
सदा के लिए सदा के लिए
सदा के लिए