हे जशोदा के लाल आज मेरी लाज बचाना
मन मोहन गोपाल
मन मोहन गोपाल आज मेरी लाज बचाना
हे जशोदा के लाल आज मेरी लाज बचाना
आँसू की मै बंद बनू प्रभु तुम गागर हो
नैया मेरी पार लगे तुम वो सागर हो
दिन बंधु भगवान और नहीं देर लगाना
आज मेरी लाज बचाना
हे जशोदा के लाल आज मेरी लाज बचाना
पूजा जप तप ज्ञान नहीं कुछ मन को भावे
संकट जब जब आन पड़े मन तुम्हें पुकारे
तुम हो दया निधान
तुम हो दया निधान, दया का हाथ लगाना
आज मेरी लाज बचाना
हे जशोदा के लाल आज मेरी लाज बचाना
योग बिना संजोग नहीं कैसे प्रभु पाऊँ
भक्ति बिना निर्वाण नहीं तुम मे रम जाऊ
ऐसा तो वरदान ना हो फिर जग मे आना
आज मेरी लाज बचाना
हे जशोदा के लाल आज मेरी लाज बचाना