पहचानते ही नहीं
अब लोग तन्हा मुझे
मेरी निगाहों में भी
है ढूंढते वो तुझे
पहचानते ही नहीं
अब लोग तन्हा मुझे
मेरी निगाहों में भी
है ढूंढते वो तुझे
हर सफर हर जगह
हर कही बन गए
तुम मेरे आसमा
मेरी जमी बन गए
है हसी बन गए
हां नमी बन गए
तुम मेरे आसमा
मेरी जमी बन गए ओ