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Sonu Nigam - Jana Gana Mana [Jana Gana Mana Soul Of India] Lyrics



Sonu Nigam - Jana Gana Mana [Jana Gana Mana Soul Of India] Lyrics
Official





जन गण मन अधिनायक जय हे
भारत भाग्य विधाता

पंजाब सिन्ध गुजरात मराठा
द्रविड़ उत्कल बंग

विंध्य हिमाचल यमुना गंगा
उच्छल जलधि तरंग

आ आ आ आ

तव शुभ नामे जागे
तव शुभ आशीष मागे

दे रे ना, आ आ आ

गाहे तव जयगाथा
जन गण मंगलदायक जय हे
भारत भाग्य विधाता
जय हे, जय हे, जय हे
जय जय जय जय हे
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Romanized

जन गण मन अधिनायक जय हे
भारत भाग्य विधाता

पंजाब सिन्ध गुजरात मराठा
द्रविड़ उत्कल बंग

विंध्य हिमाचल यमुना गंगा
उच्छल जलधि तरंग

आ आ आ आ

तव शुभ नामे जागे
तव शुभ आशीष मागे

दे रे ना, आ आ आ

गाहे तव जयगाथा
जन गण मंगलदायक जय हे
भारत भाग्य विधाता
जय हे, जय हे, जय हे
जय जय जय जय हे
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Writer: BICKRAM GHOSH, RABINDRANATH TAGORE, SONU NIGAM
Copyright: Lyrics © Royalty Network

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