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Kitni Narmi Se Video (MV)




Performed By: Sonu Nigam
Length: 6:09
Written by: Javed Akhtar




Sonu Nigam - Kitni Narmi Se Lyrics
Official




ओ हो ओ ओ हो ओ ओ हो ओ ओ हो ओ ओ
ओ हो ओ ओ हो ओ ओ हो ओ ओ हो ओ ओ
कितनी नरमी से कितने धीरे से

कितनी नरमी से कितने धीरे से
दिल में आती हैं
दिल में आती हैं
दबे पाँव मोहब्बत और फिर
धड़कनों में यह छुपके डोलती हैं
रंग सा ज़िन्दगी में घोलती हैं
आँखों आँखों में जैसे बोलती हैं
आँखों आँखों में जैसे बोलती हैं
हौले से धीरे से
कितनी नरमी से कितने धीरे से

फूल पर ओस जैसे गिरती हैं
लहर साहिल से जैसे मिलती हैं
खुश्बू जैसे फ़िज़ा में छाती हैं
दिल में ऐसे मोहब्बत आती हैं
धड़कनों में यह छुपके डोलती हैं
रंग सा ज़िन्दगी में घोलती हैं
आँखों आँखों में जैसे बोलती हैं
आँखों आँखों में जैसे बोलती हैं
हौले से धीरे से
कितनी नरमी से कितने धीरे से
ओ हो ओ ओ हो ओ ओ हो ओ ओ हो ओ ओ

कितने रंगीन नज़ारे लगते हैं
जितने मौसम हैं प्यारे लगते हैं
यह है तो दुनिया खूबसूरत हैं
हाय क्या चीज़ यह मोहब्बत हैं
धड़कनों में यह छुपके डोलती हैं
रंग सा ज़िन्दगी में घोलती हैं
आँखों आँखों में जैसे बोलती हैं
आँखों आँखों में जैसे बोलती हैं
हौले से धीरे से
कितनी नरमी से कितने धीरे से
दिल में आती हैं
दिल में आती हैं
दबे पाँव मोहब्बत और फिर
धड़कनों में यह छुपके डोलती हैं
रंग सा ज़िन्दगी में घोलती हैं
आँखों आँखों में जैसे बोलती हैं
आँखों आँखों में जैसे बोलती हैं
हौले से धीरे से
कितनी नरमी से कितने धीरे से
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ओ हो ओ ओ हो ओ ओ हो ओ ओ हो ओ ओ
ओ हो ओ ओ हो ओ ओ हो ओ ओ हो ओ ओ
कितनी नरमी से कितने धीरे से

कितनी नरमी से कितने धीरे से
दिल में आती हैं
दिल में आती हैं
दबे पाँव मोहब्बत और फिर
धड़कनों में यह छुपके डोलती हैं
रंग सा ज़िन्दगी में घोलती हैं
आँखों आँखों में जैसे बोलती हैं
आँखों आँखों में जैसे बोलती हैं
हौले से धीरे से
कितनी नरमी से कितने धीरे से

फूल पर ओस जैसे गिरती हैं
लहर साहिल से जैसे मिलती हैं
खुश्बू जैसे फ़िज़ा में छाती हैं
दिल में ऐसे मोहब्बत आती हैं
धड़कनों में यह छुपके डोलती हैं
रंग सा ज़िन्दगी में घोलती हैं
आँखों आँखों में जैसे बोलती हैं
आँखों आँखों में जैसे बोलती हैं
हौले से धीरे से
कितनी नरमी से कितने धीरे से
ओ हो ओ ओ हो ओ ओ हो ओ ओ हो ओ ओ

कितने रंगीन नज़ारे लगते हैं
जितने मौसम हैं प्यारे लगते हैं
यह है तो दुनिया खूबसूरत हैं
हाय क्या चीज़ यह मोहब्बत हैं
धड़कनों में यह छुपके डोलती हैं
रंग सा ज़िन्दगी में घोलती हैं
आँखों आँखों में जैसे बोलती हैं
आँखों आँखों में जैसे बोलती हैं
हौले से धीरे से
कितनी नरमी से कितने धीरे से
दिल में आती हैं
दिल में आती हैं
दबे पाँव मोहब्बत और फिर
धड़कनों में यह छुपके डोलती हैं
रंग सा ज़िन्दगी में घोलती हैं
आँखों आँखों में जैसे बोलती हैं
आँखों आँखों में जैसे बोलती हैं
हौले से धीरे से
कितनी नरमी से कितने धीरे से
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Javed Akhtar
Copyright: Lyrics © Sony/ATV Music Publishing LLC

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