[ Featuring Sadhna Sargam ]
पवन बसंती बहने लगी
मन मधुबन से कहने लगी
पवन बसंती बहने लगी
मन मधुबन से कहने लगी
खुश्बू चुराए महके नज़ारे
प्यार का मौसम लाई बहार
पवन बसंती बहने लगी
मन मधुबन से कहने लगी
खुश्बू चुराए महके नज़ारे
प्यार का मौसम लाई बहार
पवन बसंती बहने लगी
मन मधुबन से कहने लगी
कलियो के तारानो पे भंवरे गुनगुनाते है
प्यासी सांस की विणा के सुर को छेड़ जाते है
कलियो के तारानो पे भंवरे गुनगुनाते है
प्यासी सांस की विणा के सुर को छेड़ जाते है
कोयल गीत गाती है दुनिया को सुनती है
सोई धड़कनो मे प्रीत की सरगम जगाती है
उजड़े चमन मे आज नही कल
साथ खिलेंगे फूल हज़ार
पवन बसंती बहने लगी
मन मधुबन से कहने लगी
खुश्बू चुराए महके नज़ारे
प्यार का मौसम लाई बहार
ओ पवन बसंती बहने लगी
मन मधुबन से कहने लगी
नैनो के खरोंदो मे सपनो का बसेरा है
ग़म की रात के पीछे उम्मीदों का सवेरा है
नैनो के खरोंदो मे सपनो का बसेरा है
ग़म की रात के पीछे उम्मीदों का सवेरा है
अंदर के परिंदे तो पिंजरा तोड़ जाते है
खुशियो के दरख्तों से वो नाता जोड़ जाते है
चलके मिलेगी मंज़िल तेरी
ऐसे ना राही हिम्मत हर
पवन बसंती बहने लगी
मन मधुबन से कहने लगी
खुश्बू चुराए महके नज़ारे
प्यार का मौसम लाई बहार
पवन बसंती बहने लगी (पवन बसंती बहने लगी)
मन मधुबन से कहने लगी (मन मधुबन से कहने लगी)