टूटे तारों से गिरी मैं
तेरे आसमान से
रूठे ख्वाबों से फिरि मैं
तेरे इस जहाँ में
टूटे शीशों से बिखरी बिखरी
रूठी खुशियों से सहमी सहमी
मिति हूँ तेरी रहगुज़र पर
सुकून से मिला दे
बेचैनी मिटा दे
मुझे राहतों के
फलक पे बिठा दे
सुकून से मिला दे
बेचैनी मिटा दे
मुझे राहतों के
फलक पे बिठा दे
धुंदले हुए
सपने सभी
आँखों से यु
बरसता है गम
क्यों बेवजह
दिल में मेरे
दुःख हैं बहुत
खुशियां हैं काम
मिति हूँ तेरी रहगुज़र पर
सुकून से मिला दे
बेचैनी मिटा दे
मुझे राहतों के
फलक पे बिठा दे
सपनो का घर क्यों
बनी मैं तेरी आरज़ू
इतने जखम क्यों
सहु मैं हर मोड़ पर
टूटे शीसो सी
बिखरी बिखरी रूठी
खुशियों सी सेहमी सेहमी
मिटी हु तेरे रेहगुजर पर
सुकून से मिला दे
बेचैनी मिटा दे
मुझे राहतों के
फलक पे बिठा दे
सुकून से मिला दे
बेचैनी मिटा दे
मुझे राहतों के
फलक पे बिठा दे