आखरी खत है मेरा जिसपे है नाम तेरा
आज के बाद कोई खत ना लिखूँगा तुझको
भूल जाऊंगा तुझे ये तो नही कह सकता
दिल पे चलता है कहा ज़ोर मोहब्बत करके
फिर भी इस बात की लेता हू कसम ए हमदम
बेवफा तू है ये ना कहूँगा तुझको
और आज के बाद कोई खत ना लिखूँगा तुझको
याद बीते हुए लम्हो की सताएगी अगर
आप अपने से कही दूर निकल जाऊंगा
इक़तफ़ाकन हे अगर तुझसे मुलाक़ात हुई
अजनबी बनके तेरी राह से तल जाऊँगा
दिल तो चाहेगा मगर आवाज़ ना दूंगा तुझको
और आज के बाद कोई खत ना लिखूँगा तुझको
ये तेरा शहर ये गलियो दर-ओ-दीवार ये घर
मेरे टूटे हुए ख्वाबो की यही जन्नत है
कल ये सब छोड़ के जाना है बहुत दूर मुझे
जिस जगह धूप है सेहरा है और मेरी किस्मत है
याद मत करना मुझे अब ना मिलूँगा तुझको
और आज के बाद कोई खत ना लिखूँगा तुझको
आखरी खत है मेरा जिसपे है नाम तेरा
आज के बाद कोई खत ना लिखूँगा तुझको
आहा आहा आ ला ला ला ला