मुझे तुम नज़र से गिरा तो रहे हो
मुझे तुम कभी भी भुला ना सकोगे
मुझे तुम नज़र से गिरा तो रहे हो
मुझे तुम कभी भी भुला ना सकोगे
ना जाने मुझे क्यूँ यकीन हो चला है
ना जाने मुझे क्यूँ यकीन हो चला है
मेरे प्यार को तुम मिटा ना सकोगे
मुझे तुम नज़र से
मेरी याद होगी जिधर जाओगे तुम
कभी नगमा बनके कभी बनके आंसू
कभी नगमा बनके कभी बनके आंसू
मेरी याद होगी
मेरी याद होगी जिधर जाओगे तुम
कभी नगमा बनके कभी बनके आंसू
तड़पता मुझे हर तरफ पाओगे तुम
शमा जो जलाइ हैं मेरी वफ़ा ने
शमा जो जलाइ हैं मेरी वफ़ा ने
बुझाना भी चाहो बुझा ना सकोगे
मुझे तुम नज़र से
कभी नाम बातों में
कभी नाम बातों में आया जो मेरा
तो बेचैन हो हो के दिल थाम लोगे
तो बेचैन हो हो के दिल थाम लोगे
कभी नाम बातों में
कभी नाम बातों में आया जो मेरा
तो बेचैन हो हो के दिल थाम लोगे
निगाहों में छायेगा ग़म का अँधेरा
किसी ने जो पूछा सबब आंसुओं का
किसी ने जो पूछा सबब आंसुओं का
बताना भी चाहो बता ना सकोगे
मुझे तुम नज़र से गिरा तो रहे हो
मुझे तुम कभी भी भुला ना सकोगे
ना जाने मुझे क्यूँ यकीन हो चला है
ना जाने मुझे क्यूँ यकीन हो चला है
मेरे प्यार को तुम मिटा ना सकोगे
मुझे तुम नज़र से, मुझे तुम नज़र से, ए ए ए