Back to Top

Talat Mahmood - Do Din Ki Mohabbat Men Hamne Lyrics



Talat Mahmood - Do Din Ki Mohabbat Men Hamne Lyrics
Official




दो दिन की मोहब्बत में हमने कुछ खोया है कुछ पाया है
दो गम के आंसू हमको मिले जीने का चयन गवाया है
दो दिन की मोहब्बत में हमने

अरमान है जो निकले ही नहीं कुछ आँसू है जो बहे नहीं
कुछ ऐसे भी अफ़साने है जो हमने किसी से कहे नहीं
कुछ हंसी में बदले है आँसू और अपना दर्द छुपाया है
दो दिन की मोहब्बत में हमने

ऐ दिल तू हमें तड़पाता था ले हमने रुलाया है तुझको
ऐ दिल की लगी तू जलाती थी ले हमने जलाया है तुझको
इस दर्द को वो जाने जिसने घर अपना कभी जलाया है
दो दिन की मोहब्बत में हमने

इस बात पे खुश है दीवाना मेरे जख्म किसी के काम आये
इस बात पे खुश है दीवाना मेरे जख्म किसी के काम आये
एक रोज नया हम ले बैठे क्या जाने कब ाराम आये
ऐ दिल इतना बेताब न हो जब गम को गले लगाया है
दो दिन की मोहब्बत में हमने
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




दो दिन की मोहब्बत में हमने कुछ खोया है कुछ पाया है
दो गम के आंसू हमको मिले जीने का चयन गवाया है
दो दिन की मोहब्बत में हमने

अरमान है जो निकले ही नहीं कुछ आँसू है जो बहे नहीं
कुछ ऐसे भी अफ़साने है जो हमने किसी से कहे नहीं
कुछ हंसी में बदले है आँसू और अपना दर्द छुपाया है
दो दिन की मोहब्बत में हमने

ऐ दिल तू हमें तड़पाता था ले हमने रुलाया है तुझको
ऐ दिल की लगी तू जलाती थी ले हमने जलाया है तुझको
इस दर्द को वो जाने जिसने घर अपना कभी जलाया है
दो दिन की मोहब्बत में हमने

इस बात पे खुश है दीवाना मेरे जख्म किसी के काम आये
इस बात पे खुश है दीवाना मेरे जख्म किसी के काम आये
एक रोज नया हम ले बैठे क्या जाने कब ाराम आये
ऐ दिल इतना बेताब न हो जब गम को गले लगाया है
दो दिन की मोहब्बत में हमने
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Kaif Irfani, Madan Mohan
Copyright: Lyrics © Royalty Network




Talat Mahmood - Do Din Ki Mohabbat Men Hamne Video
(Show video at the top of the page)

Tags:
No tags yet