दो दिन की मोहब्बत में हमने कुछ खोया है कुछ पाया है
दो गम के आंसू हमको मिले जीने का चयन गवाया है
दो दिन की मोहब्बत में हमने
अरमान है जो निकले ही नहीं कुछ आँसू है जो बहे नहीं
कुछ ऐसे भी अफ़साने है जो हमने किसी से कहे नहीं
कुछ हंसी में बदले है आँसू और अपना दर्द छुपाया है
दो दिन की मोहब्बत में हमने
ऐ दिल तू हमें तड़पाता था ले हमने रुलाया है तुझको
ऐ दिल की लगी तू जलाती थी ले हमने जलाया है तुझको
इस दर्द को वो जाने जिसने घर अपना कभी जलाया है
दो दिन की मोहब्बत में हमने
इस बात पे खुश है दीवाना मेरे जख्म किसी के काम आये
इस बात पे खुश है दीवाना मेरे जख्म किसी के काम आये
एक रोज नया हम ले बैठे क्या जाने कब ाराम आये
ऐ दिल इतना बेताब न हो जब गम को गले लगाया है
दो दिन की मोहब्बत में हमने