[ Featuring Subhash Kumar ]
दिल को सुकून मिले,तेरी बाँहों में
तेरे ही ख्वाब बसे,है इन निगाहों में
हर पल मुझे बस,तेरा नशा है
आँखों से दिल तक, तू ही बसा है
खुशियों का जहाँ है तू औ औ
तू औ औ
दिल को सुकून मिले,तेरी बाँहों में
तेरे ही ख्वाब बसे,है इन निगाहों में
रूह की तरह तू, मुझमें समाया
साँसों में तू है रवाँ
पलकों पे अपनी तुझको बसाया
यादों में तू है जवाँ
तू नजर भी है तू नजारा
मैं तेरी हूँ तू हमारा
तुझसे ही मोहब्बत करूँ
सबसे अलग तू, सबसे जुदा है
दिल ये तुझी पे, मेरा फ़िदा है
धड़कन की सदा है तू औ औ
तू औ औ
दिल को सुकून मिले,तेरी बाँहों में
तेरे ही ख्वाब बसे,है इन निगाहों में
खुद से भी ज्यादा, चाहेंगे तुझको
वादा है तुझसे मेरा
कर दे इशारा फिर तो मैं यारा
हो जाऊं तुझमें फ़ना
हे मुझे बस तुझसे ही काम
ज़िंदगी ये तेरे नाम
आ मेरी जाने जा मैं करूँ
मुझको नसीबों, से तू मिला है
अब ना किसी से, कोई गीला है
चाहत का सिला है तू औ औ
तू औ औ
दिल को सुकून मिले,तेरी बाँहों में
तेरे ही ख्वाब बसे,है इन निगाहों में (है इन निगाहों में)