[ Featuring Dhruv Singh ]
हम्म हम्म हम्म हम्म
आया वो फिर नजर ऐसे
बात छिड़ने लगी फिर से
आँखों में चुभता
कल का धुआं
हाल तेरा ना हम सा है
इस खुशी में क्यों गम सा है
बसने लगा फिर क्यूँ वो जहाँ
वो जहाँ दूर
जिससे गये थे निकल
फिर से आँखों मे
कर दी है जैसे पहल
लम्हा बीता हुआ
दिल दुखाता रहा
ख़ामख़ाह बेवजह
ख़्वाब बुनता रहा