Back to Top

Yasser Desai - Dil Ke Sukoon Lyrics

theme

Yasser Desai - Dil Ke Sukoon Lyrics
Official




रात कटे न दिन गुज़रे न
बेचैनी है सीने में
भोर अधूरी सांझ अधूरी
ख़ाक मज़ा है जीने में
दिल के सुकून के लिए
तेरी नज़र चाहिए
आवारगी को मेरी
एक हमसफ़र चाहिए

बेताब दिल के बेताबियों को
अब है किसी का इंतज़ार
शायद यही सच
है मेरे दिल का
इसे चाहिए थोड़ा प्यार
कोई आ के पास बैठे
हाथ मेरा थाम के
मेरे तनहा इस सफ़र को
कोई अपना नाम दे
आ जाए इस दिल को करार
दीवानेपन को मेरे तेरा असर चाहिए
आवारगी को मेरी
एक हमसफ़र चाहिए

अधूरी पड़ी है मेरी करवटें जो
करदे मुक़म्मल हैं
तुझसे शुरू हम तुझपे ख़तम हैं
किसी और को क्या अब चुने
प्यार करले आज तू भी मुझसे कुछ यूँ टूट के
यूँ गीला न मुझको करदे मुझको मुझसे लूट कर
ये फ़ासले दे मिटा
तुझसे ही दिन हो शुरू
तू ही रात भर चाहिए
आवारगी को मेरी
एक हमसफ़र चाहिए
[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




रात कटे न दिन गुज़रे न
बेचैनी है सीने में
भोर अधूरी सांझ अधूरी
ख़ाक मज़ा है जीने में
दिल के सुकून के लिए
तेरी नज़र चाहिए
आवारगी को मेरी
एक हमसफ़र चाहिए

बेताब दिल के बेताबियों को
अब है किसी का इंतज़ार
शायद यही सच
है मेरे दिल का
इसे चाहिए थोड़ा प्यार
कोई आ के पास बैठे
हाथ मेरा थाम के
मेरे तनहा इस सफ़र को
कोई अपना नाम दे
आ जाए इस दिल को करार
दीवानेपन को मेरे तेरा असर चाहिए
आवारगी को मेरी
एक हमसफ़र चाहिए

अधूरी पड़ी है मेरी करवटें जो
करदे मुक़म्मल हैं
तुझसे शुरू हम तुझपे ख़तम हैं
किसी और को क्या अब चुने
प्यार करले आज तू भी मुझसे कुछ यूँ टूट के
यूँ गीला न मुझको करदे मुझको मुझसे लूट कर
ये फ़ासले दे मिटा
तुझसे ही दिन हो शुरू
तू ही रात भर चाहिए
आवारगी को मेरी
एक हमसफ़र चाहिए
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Asad Khan, Vijay Vijawatt
Copyright: Lyrics © Raleigh Music Publishing LLC
LyricFind

Back to: Yasser Desai



Yasser Desai Dil Ke Sukoon Video


Performed By: Yasser Desai
Length: 5:05
Written by: Asad Khan, Vijay Vijawatt

Tags:
No tags yet