Back to Top

Agar Yeh Husn Mera Video (MV)




Performed By: Lata Mangeshkar
Length: 4:55
Written by: Naushad, Shakeel Badayuni




Lata Mangeshkar - Agar Yeh Husn Mera Lyrics
Official




अगर ये हुस्न मेरा प्यार के शोलो मे ढल जाए
अगर ये हुस्न मेरा प्यार के शोलो मे ढल जाए
तो फिर इंसान है क्या चीज़ पथ्थर भी पिघल जाए
तो फिर इंसान है क्या चीज़ पथ्थर भी पिघल जाए
तो पथ्थर भी पिघल जाए

भरी महफ़िल मे हर कोई
मुझे अपना समझता है मेरी महफ़िल का ना पुछों आलम
कोई शोला है तो कोई शबनम है शोक दीदार यहा है सब को
दिल का अगार यहा है सब को सब मेरे प्यार के मस्ताने है
सब मेरे हुस्न के दीवाने है
तगाज़ा हुस्न का ये है सभी को
एक नज़र देखु यहा देखु वहा देखु
इधर देखु उधर देखु
क्योकि भरी महफ़िल मे हर कोई
मुझे अपना समझता है अगर मैं एक तरफ देखु तो
दीवानो मे चल जाए अगेर ये हुस्न मेरा प्यार के
शोलो मे ढल जाए तो फिर इंसान है
क्या चीज़ पथ्थर भी पिघल जाए तो पथ्थर भी पिघल जाए

अचानक अपने चेहरे से उठा दू
मैं अगर परदा सुर्खिया है मेरे उपकारो पर
जैसे कुछ फूल हो अंगारो पर एक मोंमा है जवानी मेरी
सारी दुनिया है दीवानी मेरी लोग आते है तमन्ना लेके
किस की हिम्मत है जो मुझको देखे
नज़र वाले खफा होकर जो कहते है
तो कह मैं दू मुनासिब है
की अपने हुस्न को पर्दे मे रहने दू
क्यूकी अचानक अपने चहरे से उठा दू
मैं अगर परदा कोई बेहोश हो जाए
किसी का दम निकल जाए अगर ये हुस्न मेरा प्यार के
शोलो मे ढल जाए तो फिर इंसान है
क्या चीज़ पथ्थर भी पिघल जाए तो पथ्थर भी पिघल जाए
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.


We currently do not have these lyrics. If you would like to submit them, please use the form below.




अगर ये हुस्न मेरा प्यार के शोलो मे ढल जाए
अगर ये हुस्न मेरा प्यार के शोलो मे ढल जाए
तो फिर इंसान है क्या चीज़ पथ्थर भी पिघल जाए
तो फिर इंसान है क्या चीज़ पथ्थर भी पिघल जाए
तो पथ्थर भी पिघल जाए

भरी महफ़िल मे हर कोई
मुझे अपना समझता है मेरी महफ़िल का ना पुछों आलम
कोई शोला है तो कोई शबनम है शोक दीदार यहा है सब को
दिल का अगार यहा है सब को सब मेरे प्यार के मस्ताने है
सब मेरे हुस्न के दीवाने है
तगाज़ा हुस्न का ये है सभी को
एक नज़र देखु यहा देखु वहा देखु
इधर देखु उधर देखु
क्योकि भरी महफ़िल मे हर कोई
मुझे अपना समझता है अगर मैं एक तरफ देखु तो
दीवानो मे चल जाए अगेर ये हुस्न मेरा प्यार के
शोलो मे ढल जाए तो फिर इंसान है
क्या चीज़ पथ्थर भी पिघल जाए तो पथ्थर भी पिघल जाए

अचानक अपने चेहरे से उठा दू
मैं अगर परदा सुर्खिया है मेरे उपकारो पर
जैसे कुछ फूल हो अंगारो पर एक मोंमा है जवानी मेरी
सारी दुनिया है दीवानी मेरी लोग आते है तमन्ना लेके
किस की हिम्मत है जो मुझको देखे
नज़र वाले खफा होकर जो कहते है
तो कह मैं दू मुनासिब है
की अपने हुस्न को पर्दे मे रहने दू
क्यूकी अचानक अपने चहरे से उठा दू
मैं अगर परदा कोई बेहोश हो जाए
किसी का दम निकल जाए अगर ये हुस्न मेरा प्यार के
शोलो मे ढल जाए तो फिर इंसान है
क्या चीज़ पथ्थर भी पिघल जाए तो पथ्थर भी पिघल जाए
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Naushad, Shakeel Badayuni
Copyright: Lyrics © Royalty Network


Tags:
No tags yet