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Samyak Singh - Muh Ke Bal Giri Hai Lyrics



Samyak Singh - Muh Ke Bal Giri Hai Lyrics
Official




थोड़ा उनके बारे में भी सोचिए
जो सारा दिन दफ़्तरों में रहते है
थोड़ा उनके बारे में भी सोचिए
जो बेवजह प्यार से हस्स देते है
इतना क्या गुरूर है
आप किस नशे में चूर है
बात मेरी मानिए
हा थोड़ा इतिहास जानिए
ज़माने गवाह है यह हुआ है कितनी बार
मूह के बल गिरी है बड़ी से बड़ी सरकार

थोड़ा दिल लगाने की भी सोचिए लोगो से
वो अपने दिल ही बिछा देंगे
काग़ज़ों की फ़िक्र ना कीजिए मैं कौन हू
पड़ोसी बता देंगे
लोग मजबूर है यह कोई इम्तिहान ज़रूर है
थोड़ी कद्र कीजिए
इतने हल्के में ना लीजिए
ज़माने गवाह है यह हुआ है कितनी बार
मूह के बल गिरी है बड़ी से बड़ी सरकार
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थोड़ा उनके बारे में भी सोचिए
जो सारा दिन दफ़्तरों में रहते है
थोड़ा उनके बारे में भी सोचिए
जो बेवजह प्यार से हस्स देते है
इतना क्या गुरूर है
आप किस नशे में चूर है
बात मेरी मानिए
हा थोड़ा इतिहास जानिए
ज़माने गवाह है यह हुआ है कितनी बार
मूह के बल गिरी है बड़ी से बड़ी सरकार

थोड़ा दिल लगाने की भी सोचिए लोगो से
वो अपने दिल ही बिछा देंगे
काग़ज़ों की फ़िक्र ना कीजिए मैं कौन हू
पड़ोसी बता देंगे
लोग मजबूर है यह कोई इम्तिहान ज़रूर है
थोड़ी कद्र कीजिए
इतने हल्के में ना लीजिए
ज़माने गवाह है यह हुआ है कितनी बार
मूह के बल गिरी है बड़ी से बड़ी सरकार
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Writer: Samyak Singh
Copyright: Lyrics © O/B/O DistroKid

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Samyak Singh - Muh Ke Bal Giri Hai Video
(Show video at the top of the page)


Performed By: Samyak Singh
Length: 2:16
Written by: Samyak Singh

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